“सादगी भरा निकाह – इस्लाम की बेहतरीन तालीम पर अमल!”

जलगांव के महरून स्थित रज़ा कॉलोनी में एक अनोखा निकाह संपन्न हुआ, जहां लड़की वाले मंगनी की तैयारी कर रहे थे और लड़के वाले भी मंगनी के इरादे से आए थे । लेकिन इस मौके पर मौजूद बुजुर्गों और जिम्मेदारों ने इस्लाम की उस सीख को अमल में लाने की पहल की, जो निकाह को आसान बनाने पर ज़ोर देती है।
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https://youtu.be/WlchnPLe6Z8?si=KugSldGuGadtN4dw
मुफ़्ती अबू ज़र साहब की मौजूदगी में, आपसी रज़ामंदी और समाज के वरिष्ठजनों की कोशिशों से, बिना किसी फिजूलखर्ची के निकाह कर दिया गया। इस नेक पहल में रज़ा कॉलोनी के समाजसेवी रज़ाक मुलतानी, शब्बीर भाई, इमरान शेख, शेरा मुलतानी,अनीस भाई शाह, और अन्य जिम्मेदारों का अहम योगदान रहा।
इस्लाम हमें सिखाता है कि निकाह को आसान किया जाए। आज के दौर में जहां शादियों में फिजूलखर्ची और दिखावे का बोझ बढ़ता जा रहा है, वहीं यह निकाह एक मिसाल बनकर सामने आया है। यह संदेश देता है कि अगर समाज के जिम्मेदार लोग आगे बढ़कर पहल करें, तो बिना दहेज और गैर-ज़रूरी खर्च के भी खुशहाल शादी हो सकती है।
الْحَمْدُ لِلَّهِ, इस निकाह ने समाज में एक नई राह दिखाई है, जिससे प्रेरणा लेकर और लोग भी अपने बच्चे और बच्चियों की शादियों को सादगी और इस्लामी शिक्षाओं के अनुसार अंजाम दे सकते हैं।
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