ग्लोबल न्यूज़ 24 लाइव नेटवर्क:
जलगांव में एक निजी इंग्लिश मीडियम स्कूल में शिक्षिका के साथ छेड़छाड़, अश्लील हरकतें और आपराधिक धमकी देने का गंभीर मामला सामने आया है। इस मामले में स्कूल के चेयरमैन मुश्ताक सालार और प्रिंसिपल आसिफ पठान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
शिक्षिका ने लगाए गंभीर आरोप
पीड़िता शिक्षिका पिछले डेढ़ साल से इस स्कूल में कार्यरत थीं। उन्होंने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि स्कूल के प्रिंसिपल आसिफ पठान का एक अन्य शिक्षिका के साथ प्रेम संबंध था, जिससे स्कूल का माहौल प्रभावित हो रहा था। जब उन्होंने यह जानकारी चेयरमैन मुश्ताक सालार और अन्य प्रशासनिक पदाधिकारियों को दी, तो प्रिंसिपल नाराज हो गए और उन्होंने शौचालय में बुलाकर छेड़छाड़ और अश्लील हरकतें कीं। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षिका को जान से मारने की धमकी भी दी।
वादी शिक्षिका ने आगे आरोप लगाया कि जब उन्होंने यह घटना चेयरमैन मुश्ताक सालार को बताई, तो उन्होंने न केवल दुर्व्यवहार किया बल्कि *हाथ पकड़कर जबरन स्कूल से बाहर निकाल दिया। शिक्षिका ने इस मामले में *संस्था के संस्थापक करीम सालार और अध्यक्ष अजीज सालार से भी न्याय की गुहार लगाई, लेकिन उन्होंने भी मामले को नजरअंदाज कर दिया।
पुलिस अधीक्षक से शिकायत के बाद मामला दर्ज
घटना से आहत शिक्षिका ने पुलिस अधीक्षक डॉ. महेश्वर रेड्डी से मुलाकात कर पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद सिटी पुलिस स्टेशन, जलगांव में पुलिस निरीक्षक अनिल भवारी ने इस शिकायत पर एफआईआर दर्ज की।
इन धाराओं में दर्ज हुआ केस
एफआईआर क्रमांक 68/25 दिनांक 26/02/25 को रात 10:30 बजे दर्ज की गई। इसमें आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की निम्नलिखित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है—
- धारा 3(5) – अश्लील हरकतें
- धारा 74 – छेड़छाड़
- धारा 296 – आपराधिक धमकी
- धारा 351(2), 352 – बल प्रयोग
इन धाराओं के तहत यह गैर-जमानती अपराध है और दोष सिद्ध होने पर 1 से 5 वर्ष की सजा का प्रावधान है।
घटना पर अभिभावकों और समाज में आक्रोश
यह स्कूल अल्फैज फाउंडेशन द्वारा संचालित होता है और यहां कक्षा 1 से 12वीं तक की पढ़ाई होती है। इस घटना के सामने आने के बाद अभिभावकों और छात्रों में भय और आक्रोश का माहौल है।
स्कूल प्रशासन पर शिक्षिकाओं के शोषण और प्रेम प्रसंगों को छुपाने के लिए दबाव बनाने के गंभीर आरोप लगे हैं। समाज के लोग सालार परिवार की भूमिका और स्कूल प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं।
अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करती है और पीड़िता को न्याय कब तक मिलता है।