
जलगांव, 15 अप्रैल 2025 — वक्फ कानून 2025 के खिलाफ़ अब सिर्फ पुरुष ही नहीं, बल्कि शिक्षित और जागरूक महिलाएं भी खुलकर सामने आ गई हैं। तहसफ औकाफ समिति जलगांव की ओर से आयोजित विशेष महिला जागरूकता सत्र में शहर की 50 से 60 महिलाओं ने हिस्सा लिया, जहाँ उन्हें वक्फ बिल के प्रावधान, उसके दुष्परिणाम, और सामाजिक व मीडिया स्तर पर किस तरह से जवाब देना है, इस पर गहराई से मार्गदर्शन दिया गया।

इस विशेष सत्र में श्री फारूक शेख और मौलाना उमैर नदवी ने मुख्य वक्ता के रूप में मार्गदर्शन किया। उन्होंने महिलाओं को वक्फ संपत्तियों की रक्षा, अधिकारों की समझ और कानूनी दाव-पेंच से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी। कार्यक्रम में हाफ़िज़ अब्दुल मतीन और अनीस शाह भी उपस्थित रहे।
महिलाओं को बताया गया कि इस वक्फ कानून के ज़रिए समुदाय की ज़मीनें, मस्जिदें और मदरसों की संपत्तियों पर नियंत्रण करने का प्रयास हो रहा है, जो ना सिर्फ संविधान के खिलाफ़ है, बल्कि मुस्लिम समुदाय के ऐतिहासिक अधिकारों का हनन भी है। इस मीटिंग में यह तय किया गया कि ये महिलाएं अब शहर के विभिन्न हिस्सों में जाकर आम घरों तक जाकर जागरूकता फैलाएंगी।

हाफ़िज़ अब्दुल रहीम जलगांव ने बताया कि, “अब महिलाओं ने इस आंदोलन को सिर्फ समर्थन नहीं, बल्कि नेतृत्व देना शुरू कर दिया है। इंशाअल्लाह, आने वाले दिनों में महिलाएं ही इस जनजागरण की रीढ़ बनेंगी।”
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